एलन मस्क के शिविर के महानायक: अशोक एलुस्वामी भारतीय मूल के इंजीनियर जिन्होंने टेस्ला की ऑटोपायलट तकनीक को साकार किया
जून, 10 2024अशोक एलुस्वामी का टेस्ला के साथ सफर
भारतीय मूल के इंजीनियर अशोक एलुस्वामी का सफर टेस्ला के लिए बहुत ही प्रेरणादायक है। एलन मस्क ने अशोक एलुस्वामी के प्रयासों को सराहा है, जिन्होंने टेस्ला के ऑटोपायलट तकनीक को उन्नत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अशोक एलुस्वामी ने अपनी यात्रा को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा किया, जिसमें उन्होंने मस्क के महत्वपूर्ण प्रभाव और प्रोत्साहन की बात की।
एलुस्वामी टेस्ला के ऑटोपायलट टीम के पहले इंजीनियर के तौर पर चुने गए थे और आज वह सभी AI/ऑटोपायलट सॉफ्टवेयर विकास के प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि मस्क के बिना टेस्ला इस ऊंचाई तक नहीं पहुँच पाता। अशोक के अनुसार, मस्क का नेतृत्व और प्रोत्साहन ही टेस्ला की उपलब्धियों के पीछे का बड़ा कारण है।
आरंभिक चुनौतियां और मस्क का दृढ़ संकल्प
जब टेस्ला की ऑटोपायलट टीम ने अपनी यात्रा शुरू की थी, तब वे काफी चुनौतियों का सामना कर रहे थे। सिस्टम में केवल 384 KB मेमोरी थी, जो अत्यंत सीमित थी। मस्क के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों - लेन-कीपिंग, लेन-चेंजिंग, और वाहन नियंत्रण को पूरे करना एक बहुत बड़ी चुनौती थी।
टीम के अंदर बहुतों को मस्क के लक्ष्यों के संबंध में संदेह था, लेकिन मस्क की अप्रतिहत भावना और निरंतर प्रेरणा ने टीम को इन मील के पत्थर को हासिल करने के लिए प्रेरित किया। 2016 तक टेस्ला ने यह निर्णय लिया कि ऑटोपायलट के लिए सभी कंप्यूटर विज़न क्षमताओं को इन-हाउस विकसित किया जाएगा। यह एक ऐसा कार्य था जिसे सामान्यतः पूरा करने में एक दशक से अधिक समय लगता है, लेकिन टेस्ला की टीम ने इसे केवल ग्यारह महीनों में पूरा किया।
एलुस्वामी की शैक्षणिक और व्यावसायिक यात्रा
अशोक एलुस्वामी की शैक्षणिक पृष्ठभूमि और तकनीकी विशेषज्ञता ने भी उन्हें इस महत्वपूर्ण भूमिका में आने में सहायता की। उन्होंने चेन्नई के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, गिन्डी से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। बाद में उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका की कार्नेगी मेलॉन विश्वविद्यालय से रोबोटिक्स सिस्टम्स डेवलपमेंट में अध्ययन किया।
टेस्ला में शामिल होने से पहले, उन्होंने WABCO Vehicle Control Systems और Volkswagen जैसी कंपनियों के साथ कार्य किया। लगभग एक दशक से वे टेस्ला के साथ जुड़े हुए हैं और ऑटोपायलट टीम के नेतृत्व में उनकी भूमिका प्रशंसनीय रही है।
संक्षेप में
अशोक एलुस्वामी का योगदान टेस्ला की ऑटोपायलट तकनीक में अनमोल है। एलन मस्क ने भी उनके कार्यों की सराहना की है और उनके बिना टेस्ला को इस मुकाम पर पहुंच पाना असम्भव कहा है। अशोक का सफर एक प्रेरणा है, खासकर उन लोगों के लिए जो प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में अपने पैरों को मजबूती से जमाना चाहते हैं।