भारतीय ऑटोमोबाइल मार्केट — क्या बदल रहा है और आप कैसे फैसले लें

क्या आपने नोट किया है कि सड़क पर पहले से ज्यादा छोटे SUV और इलेक्ट्रिक स्कूटर दिख रहे हैं? भारतीय ऑटोमोबाइल मार्केट पिछले कुछ सालों में तेज़ी से बदला है। खरीददार के व्यवहार, सरकार की नीतियों और तकनीक के आने‑जाने ने बाजार के नक्शे को बदल दिया है। यहां सीधे और काम की जानकारी मिलेगी ताकि आप समझ सकें क्या चल रहा है और अपने लिए सही निर्णय ले सकें।

बाज़ार के प्रमुख ट्रेंड

पहला ट्रेंड है माइक्रो‑मोबिलिटी और दोपहिया EV का उभरना। शहरों में पार्किंग और ईंधन खर्च की चिंता ने लोगों को छोटी, सस्ती और हल्की इलेक्ट्रिक गाड़ियों की ओर खींचा है। दूसरा, छोटे SUV और हाई‑फीचर हाइब्रिड कारों की मांग बनी हुई है — किफायती परफॉर्मेंस और स्पेस वाले मॉडल सबको पसंद आ रहे हैं। तीसरा, डिजिटल बिक्री और ऑनलाइन बुकिंग बढ़ी है; ग्राहक पहले से ज्यादा रिसर्च करके, रेटिंग्स और वीडियो देखकर खरीदते हैं।

प्रमुख ब्रांड लोकलाइज़ेशन पर ज़ोर दे रहे हैं ताकि कीमतें कम रहें। इसके साथ ही सर्विस‑नेटवर्क और रीसेल वैल्यू भी खरीद के समय अहम फैक्टर बन गए हैं। क्या आपका इलाके में सर्विस सेंटर है? ये सवाल अब सबसे पहले पूछा जाना चाहिए।

खरीदने से पहले क्या देखें?

आप एक नई या सेकेंड‑हैंड कार खरीद रहे हों, इन बिंदुओं पर ध्यान दें: ईंधन खर्च और मेंटेनेंस लागत, रीसेल वैल्यू, इंश्योरेंस प्रीमियम, सर्विसिंग की उपलब्धता और सुरक्षा फीचर्स। अगर EV खरीद रहे हैं तो रेंज, चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर और बैटरी वारंटी चेक करें। एक आसान तरीका—5 साल की कुल लागत (टोटल कॉस्ट ऑफ ओनरशिप) निकालें: खरीद कीमत + इंधन/चार्जिंग + सर्विस + टैक्स/इंश्योरेंस। कम कीमत वाली गाड़ी हमेशा सस्ती नहीं होती अगर सर्विस खर्च ज्यादा हो।

फाइनेंस लेते समय डाउन पेमेंट और EMIs का पूरा गणित समझें। कई बार लो‑EMI ऑफर में टेन्योर लंबा होने से कुल ब्याज बढ़ जाता है। डीलर के साथ छुपे हुए चार्ज और एक्सेसरीज़ पर स्पष्ट बात करें।

सेकेंड‑हैंड खरीदते समय वाहन का सर्विस रिकॉर्ड देखें, एक्सीडेंट हिस्ट्री और रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट मिलान करें। टेस्ट ड्राइव पर इंजन की आवाज, ब्रेक और सस्पेंशन की जाँच करें। चाहें तो पंच‑कार सर्विस या थर्ड‑पार्टी इंस्पेक्शन करवाएं।

सरकारी नीतियाँ और सब्सिडी भी निर्णय में असर डालती हैं। राज्य‑स्तर पर EV सब्सिडी, रोड‑टैक्स में छूट और फास्ट‑चार्ज नेटवर्क के निवेश से कुछ हिस्सों में EV खरीदना ज़्यादा लाभदायक हो सकता है।

आखिर में, बाजार तेज़ी से बदल रहा है—नए मॉडल, बैटरी टेक्नॉलॉजी और डिजिटल सर्विस से हर साल विकल्प बदलते हैं। आप अगर स्मार्ट रिसर्च और कुल लागत पर ध्यान देंगे तो बेहतर डील मिल सकती है। यहां पर बने रहें, हम नए ट्रेंड और रेट्स के साथ आपको अपडेट रखते हैं।

Citroen Basalat की धमाकेदार लॉन्चिंग: ₹7.99 लाख से शुरू, जानें इसकी खासियतें
jignesha chavda 0 टिप्पणि

Citroen Basalat की धमाकेदार लॉन्चिंग: ₹7.99 लाख से शुरू, जानें इसकी खासियतें

सिट्रॉन ने अपनी नई गाड़ी 'सिट्रॉन बसालाट' को ₹7.99 लाख की शुरुआती कीमत पर लॉन्च किया है। यह गाड़ी मैनुअल और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन विकल्पों में उपलब्ध है। बसालाट में 1.6-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन है जो 199 हॉर्सपावर पैदा करता है। गाड़ी में छह एयरबैग्स और एडवांस्ड सेफ्टी फीचर्स भी शामिल हैं। सिट्रॉन का यह नया ऑफर भारतीय बाजार में प्रीमियम पैसेंजर वाहन सेगमेंट को टक्कर देगा।