तेलंगाना, कर्नाटक 2024 चुनाव परिणाम लाइव अपडेट्स: बीजेपी का दक्षिणी राज्यों में मजबूत प्रदर्शन
जून, 4 2024तेलंगाना और कर्नाटक में चुनाव परिणामों का पहला चित्रण
2024 लोकसभा चुनाव परिणामों का इंतजार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के नेतृत्व के साथ ही पूरे देश को था। तेलंगाना और कर्नाटक में परिणाम काफी रोचक होने की संभावना पहले से ही जताई जा रही थी और शुरुआती रुझान इस दिशा में संकेत देते हैं। तेलंगाना में बीजेपी पांच सीटों पर बढ़त में है जबकि कांग्रेस नौ सीटों पर आगे है।
कर्नाटक में बीजेपी के खाते में 11 सीटें जाती हुई नजर आ रही हैं। यहां कांग्रेस चार सीटों पर आगे है और जेडीएस दो सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। खास तौर पर मांड्या लोकसभा क्षेत्र से जेडीएस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की बढ़त खबरों में छाई हुई है। साथ ही, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी धारवाड़ से बीजेपी की सीट मजबूत बनाए हुए हैं।
कर्नाटक चुनाव: बीजेपी और जेडीएस गठबंधन की सफलता
कर्नाटक में इस बार बीजेपी और जेडीएस ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के तहत चुनाव लड़ा। सीट बंटवारे में बीजेपी ने 25 सीटों पर प्रत्याशी उतारे जबकि जेडीएस ने तीन सीटों पर। जेडीएस नेता एच डी कुमारस्वामी ने अपने पार्टी के प्रदर्शन के प्रति आत्मविश्वास जताया और कहा कि उनकी पार्टी आराम से जीत दर्ज करेगी, और बीजेपी भी कम से कम 20 सीटों पर जीत हासिल करेगी।
हासन निर्वाचन क्षेत्र का मुकाबला विशेष रूप से केंद्र में है, जहां प्रज्वल रेवण्णा, जो यौन उत्पीड़न के मामलों का सामना कर रहे हैं और वर्तमान में पुलिस कस्टडी में हैं, चुनाव लड़ रहे हैं।
तेलंगाना में बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण सीटें
तेलंगाना में कुल 17 लोकसभा सीटें हैं, जिसमें से बीजेपी चार पर आगे चल रही है। वहीं, कांग्रेस नौ सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। अन्य दलों में टीआरएस ने तीन सीटों पर बढ़त बनाई है। खास तौर पर हैदराबाद सीट पर बीजेपी की उम्मीदवार माधवी लता ने खुशी जाहिर की और इसे पार्टी के राष्ट्रीय परिपेक्ष्य में महत्वपूर्ण बताया।
चुनाव के महत्वपूर्ण बिंदु और संभावित परिणाम
इन दोनों राज्यों में परिणाम का राष्ट्रीय राजनीति पर गहरा असर होने की संभावना है। यदि बीजेपी दक्षिणी राज्यों में मजबूत प्रदर्शन करती रही, तो यह अगले आम चुनावों के लिए महत्वपूर्ण संकेत होगा। तेलंगाना और कर्नाटक दोनों ही राज्यों में पीएम मोदी और अमित शाह ने जोर-शोर से प्रचार किया था, जिसके सकारात्मक परिणाम नजर आ रहे हैं।
चुनाव की गिनती का काम सुबह 8 बजे से शुरू हुआ था और अब तक के परिणामों के विभिन्न चरणों में बीजेपी की बढ़त साफ दिखाई दे रही है।
भविष्य की संभावनाएं और चुनौतियां
ये चुनाव परिणाम बीजेपी के लिए बहुत कुछ दर्शा सकते हैं। दक्षिण भारत में राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं, खास तौर पर जहां बीजेपी को पहले ज्यादा समर्थन नहीं मिला था। यदि बीजेपी और उसके सहयोगी दल जैसे जेडीएस इन राज्यों में सफलता प्राप्त करते हैं, तो यह अगले चुनावों के लिए अनुकूल स्थिति बन सकती है।
तेलंगाना और कर्नाटक में कांग्रेस की स्थिति भी महत्वपूर्ण है। यद्यपि कांग्रेस इन राज्यों में शक्ति बटोरे हुए है, लेकिन बीजेपी की बढ़ती पकड़ से उन्हें नई रणनीतियों पर विचार करना पड़ सकता है। यदि कांग्रेस को यहां अच्छी संख्या में सीटें मिलती हैं, तो यह उनके लिए राहत की बात हो सकती है, खासकर आगामी विधानसभा चुनावों की दृष्टि से।
इस स्थिति में, सभी पार्टियों के लिए यह समय आत्ममंथन और अगली रणनीति निर्माण का है। उत्तर और मध्य भारत में मजबूत पकड़ रखने वाली बीजेपी अगर दक्षिण भारत में भी अपनी पकड़ मजबूत करती है, तो यह उनके लिए एक बहुमूल्य जीत होगी।