बजट सत्र: मोदी ने कहा, अगले पांच वर्षों के लिए दिशा निर्धारित करेगा बजट

बजट सत्र की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संसद में बजट सत्र की शुरुआत के साथ अपने संबोधन में कहा कि यूनियन बजट 2024 अगले पांच वर्षों के लिए दिशा निर्देश तय करेगा। उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि बजट 2024 देश के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है और इसे 2047 तक भारत को एक 'विकसित' राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। मोदी ने स्पष्ट किया कि इस बजट से न केवल देश की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि विभिन्न सेक्टरों में भी सकारात्मक परिवर्तन आएंगे।
विपक्ष पर तुमखला
मोदी ने अपने संबोधन में विपक्ष पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने पिछले सत्र में निर्वाचित सरकार को 'मौका' नहीं दिया और संसदीय समय का उपयोग अपनी असफलताओं को छुपाने के लिए किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह समय देश के निर्माण के लिए मिलकर काम करने का है, न कि राजनीतिक गुटबाजी का। उन्होंने जोर देकर कहा कि संसद का यह समय राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का प्रयास होगा कि वे विपक्ष के साथ मिलकर काम करें और उनकी राय को भी महत्व दें।
विकसित भारत 2047 का सपना
अपने भाषण में मोदी ने सरकार के 'विकसित भारत 2047' के सपने का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस सपने को साकार करने के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है और उनके द्वारा पेश किया जाने वाला बजट इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। प्रधानमन्त्री ने इस अवसर को 'रोमांचक' करार दिया और कहा कि यह देश के इतिहास में एक 'स्वर्णिम घटना' है, जिसे सभी को साक्षी बनना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि इस बजट में देश के हर नागरिक की आकांक्षाओं और उम्मीदों को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
अर्थव्यवस्था और रोजगार
मोदी ने बताया कि बजट 2024-25 का महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक होगा, देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करना और रोजगार सृजन करना। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा हो, जिससे वे अपने सपनों को साकार कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्रों को भी विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि देश की अर्थव्यवस्था को संपूर्ण रूप से विकसित किया जा सके।
पर्यावरण और स्थायित्व
मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार पर्यावरण संरक्षण और स्थायित्व को भी बजट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि देश की विकास यात्रा पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार हो और इसके लिए विभिन्न योजनाओं और नीतियों को लागू किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार हरित ऊर्जा को बढ़ावा देगी और पर्यावरण संरक्षण के लिए आवश्यक कदम उठाएगी।
सामाजिक विकास
मोदी ने अपने भाषण में सामाजिक विकास की भी बात की। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय के क्षेत्रों में सुधार लाने के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार महिलाओं, बच्चों और वृद्ध नागरिकों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाओं को लागू करेगी। मोदी ने यह स्पष्ट किया कि सरकार का उद्देश्य है कि हर नागरिक को बेहतर जीवन यापन का मौका मिले।
सत्र का समापन
यह बजट सत्र तीन सप्ताह तक चलेगा और 12 अगस्त को समाप्त होगा। इस सत्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी और विभिन्न बिलों को पारित किया जाएगा। मोदी ने उम्मीद जताई कि संसद में उठाए जाने वाले मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा होगी और देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।
इस बजट सत्र से जनता को काफी उम्मीदें हैं और प्रधानमंत्री मोदी ने आश्वासन दिया है कि उनकी सरकार इन उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करेगी।
shubham ingale
जुलाई 22, 2024 AT 20:06चलो, मिलकर इस बजट को सफल बनाते हैं! 🚀
Ajay Ram
जुलाई 22, 2024 AT 20:31बजट 2024‑25 को लेकर सरकार ने जो दृष्टिकोण अपनाया है, वह वास्तव में राष्ट्र की दीर्घकालिक आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करता है। इस बजट में यदि हम कृषि, विनिर्माण और डिजिटल क्षेत्रों में निवेश को देखें, तो यह स्पष्ट है कि युवा वर्ग के लिए रोजगार सृजन को प्रथम प्राथमिकता दी गई है। भारत को 2047 में विकसित राष्ट्र बनाना सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि एक ठोस रणनीति है, जिसके लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचा सभी को समान रूप से उन्नत करना आवश्यक है। वित्तीय नीतियों में कर राहत और ऋण की पुनर्गठन को शामिल करके सरकार ने मध्यम वर्ग को राहत देने की भावना प्रदर्शित की है। साथ ही, सतत विकास लक्ष्य को साधने के लिए हरित ऊर्जा परियोजनाओं को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया गया है, जिससे पर्यावरणीय जिम्मेदारी भी सुनिश्चित होगी। ग्रामीण विकास के लिए विशेष मानदंड तैयार किए गए हैं, जिससे गांव‑गांव में सामाजिक कल्याण का स्तर सुधर सके। सामाजिक न्याय के पहलुओं में आर्थिक समानता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएँ लॉन्च की गई हैं, जिससे समाज के सभी वर्गों को समान अवसर मिल सके। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए विशेष फंड और प्रशिक्षण कार्यक्रम गठित किए गए हैं, जिससे उनका स्वर और प्रभाव बढ़ेगा। युवाओं के उद्यमशीलता को बढ़ावा देने हेतु स्टार्ट‑अप इकोसिस्टम को और भी सुदृढ़ किया जाएगा, जिससे नवाचार की धारा तेज होगी। इस बजट में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच असमानताओं को कम करने के लिए ट्रांसपोर्ट नेटवर्क को विस्तारित करने की योजना भी सम्मिलित है। तकनीकी आधारभूत संरचना के विकास में AI और डेटा विज्ञान को प्राथमिकता दी गई है, जिससे प्रशासनिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ेगी। स्वास्थ्य सेक्टर में रोग निरोधक कार्यक्रमों को सुदृढ़ करने और अस्पताल सुविधाओं को अपग्रेड करने के लिए पर्याप्त बजट आवंटित किया गया है। शिक्षा में गुणवत्तापूर्ण डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए इंटरेक्टिव प्लेटफ़ॉर्म और कंटेंट विकास को प्रोत्साहित किया गया है। इस सभी पहल को देखते हुए यह बजट न सिर्फ आर्थिक स्थिरता बल्कि सामाजिक समरसता की दिशा में भी एक कदम है। अंत में, हमें इस बजट को एक सामूहिक जिम्मेदारी के रूप में देखना चाहिए, जहाँ हर नागरिक का योगदान विकास की गति को तेज कर सकता है।
Dr Nimit Shah
जुलाई 22, 2024 AT 20:56बजट की रणनीति में राष्ट्रवादी प्रतिबद्धता स्पष्ट दिखती है, खासकर 2047 का लक्ष्य सेट करना बहुत ही सराहनीय है। इस में कई क्षेत्रों को संतुलित रूप से उठाया गया है, परन्तु कुछ नीतियों में ठोस कार्यान्वयन की कमी महसूस होती है। आर्थिक उन्नति के साथ सामाजिक न्याय को जोड़ना आवश्यक है, तभी विकास सच्चा होगा।
Ketan Shah
जुलाई 22, 2024 AT 21:21यह बात नज़र आती है कि बजट में पर्यावरणीय पहल के लिए पर्याप्त धन आरक्षित किया गया है, जो भविष्य की स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं के विस्तार को लेकर सरकार का इरादा प्रशंसनीय है, लेकिन इसके कार्यान्वयन की गति पर ध्यान देना होगा। समग्र रूप में, नीति का दायरा व्यापक है, फिर भी निगरानी और जवाबदेही की आवश्यकता है।
Aryan Pawar
जुलाई 22, 2024 AT 21:46सभी पहलें मिलकर सकारात्मक दिशा दिखाती हैं