दक्षिण कोरिया के मुआन हवाई अड्डे पर विमान दुर्घटना: प्रत्यक्षदर्शियों ने देखी चिंगारियां और सुनी विस्फोट की आवाज़ें

दक्षिण कोरिया के मुआन हवाई अड्डे पर विमान दुर्घटना: प्रत्यक्षदर्शियों ने देखी चिंगारियां और सुनी विस्फोट की आवाज़ें
29 दिसंबर 2024 16 टिप्पणि jignesha chavda

दक्षिण कोरिया में विमान दुर्घटना: क्या हुआ मुआन हवाई अड्डे पर

दक्षिण कोरिया के मुआन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रविवार, 29 दिसंबर, 2024 की सुबह एक हृदयविदारक घटना हुई जब जेजू एयर की एक फ्लाइट रनवे से फिसल गई और एक दीवार से टकरा गई। यह दुर्घटना सुबह करीब 9:07 बजे हुई, जिसका मुख्य कारण लैंडिंग गियर की असफलता माना जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार विमान के इंजन से पहले चिंगारियां निकलीं और फिर लड़ी की तरह तेज विस्फोट की आवाजें सुनी गईं। विमान साउथ कोरिया के पश्चिमी हिस्से के मुआन काउंटी में स्थित हवाई अड्डे पर लैंड करने की कोशिश कर रहा था।

प्रत्यक्षदर्शियों का बयान

हादसे के वक्त मुआन हवाई अड्डे के पास मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्होंने विमान के दायें पंख पर चिंगारी देखी और फिर एक जोरदार धमाका सुनाई दिया। यून जे-योंग, जो हवाई अड्डे के पास एक रेंटल हाउस में रह रहे थे, ने सीधे देखा की विमान अचानक कैसे हुआ और उसकी आवाज कैसे भरी थी। योंग ने बताया कि उन्होंने विमान के दोबारा फिर से प्रयास करने के पहले, लगभग पांच मिनट पहले दो बार धातु के खरोंच की आवाज सुनी थी।

प्राधिकरण द्वारा जांच

दुर्घटना के तुरंत बाद, पुलिस और अग्निशमन प्राधिकरणों ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों का मानना ​​है कि यह दुर्घटना लैंडिंग गियर की असफलता के कारण हुई थी, जिसका कारण एक पक्षी टक्कर हो सकता है। इस दुर्घटना के ठीक पहले की स्थिति का सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के आधार पर व्यापक जांच की जा रही है। जांचकर्ताओं का यह भी मानना है कि कहीं न कहीं पर कुछ इंजन में समस्या रही हो सकती थी जिससे चिंगारियां उत्पन्न हुईं।

स्थानीय टीवी स्टेशनों पर प्रसारण

स्थानीय टीवी स्टेशनों द्वारा प्रसार किए गए वीडियो में यह दिखाया गया कि विमान उतरने का प्रयास कर रहा था, जबकि उसके लैंडिंग गियर सक्रिय नहीं थे। यह एक भयानक दृश्य था, जो दर्शाता है कि विमान के पायलट को हथियार डालना पड़ा और दुर्घटना से बचने के लिए तुरंत रनवे छोड़ दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दुर्घटना के पहले विचित्र हरकतें देखी गई, जिनसे संकेत मिला कि कुछ असामान्य रहा होगा।

जानदार प्रतिक्रिया

दक्षिण कोरिया में इस घटना ने पूरे देश का ध्यान खींचा है। सरकार और विमानन प्राधिकरण द्वारा आपातकालीन बैठकों का आयोजन किया गया है ताकि इस तरह की भविष्य में होने वाली ख़तरनाक घटनाओं को रोका जा सके। जेजू एयरलाइन के प्रवक्ता ने इस निराशाजनक घटना के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है और कहा है कि वे सभी यात्रियों और उनके परिवारों की सहायता के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।

16 टिप्पणि

  • Image placeholder

    Tejas Srivastava

    दिसंबर 29, 2024 AT 18:33

    क्या बात है! मुआन हवाई अड्डे पर उस सुबह की हवा में कुछ तो गड़बड़ थी!! अचानक चिंगारियों की रोशनी, फिर धड़ाम वाले विस्फोट की गड़गड़ाहट… मानो आकाश ने खुद को फाड़ दिया हो!!!

  • Image placeholder

    JAYESH DHUMAK

    दिसंबर 30, 2024 AT 14:52

    दक्षिण कोरिया के मुआन हवाई अड्डे पर हुए विमान दुर्घटना की घटनाओं का विस्तृत विश्लेषण कई तकनीकी पहलुओं को उजागर करता है। प्रथम श्रेणी की जांच रिपोर्ट के अनुसार लैंडिंग गियर की विफलता मुख्य कारण हो सकती है, जो बहु-स्तरीय सुरक्षा प्रणाली में संभावित कमजोरी को दर्शाती है। साथ ही, पायलट द्वारा किए गए अंतिम उपाय, जैसे रनवे छोड़ना, विमानन मानकों के अनुसार उचित निर्णय माना जाता है। इस प्रकार की आपात स्थितियों में फ़्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉइस रेकॉर्डर (CVR) का विश्लेषण भविष्य में समान घटनाओं को रोकने में सहायक सिद्ध होगा। तकनीकी दृष्टिकोण से, इंजन में उत्पन्न हुई चिंगारियों को संभवतः घटक घिसाव या ईंधन मिश्रण में अनियमितताओं से जोड़ा जा सकता है। अतिरिक्त रूप से, पक्षी टक्कर की संभावना को कम करने के लिए हवाई अड्डे के आस-पास के वन्यजीव प्रबंधन कार्यक्रम को सुदृढ़ करना आवश्यक है। इस दुर्घटना के दौरान दर्शकों द्वारा सुनी गई “भारी धमाका” ध्वनि, ध्वनि‑दापी (Acoustic) मॉनिटरिंग उपकरणों से पुष्टि की जा सकती है। हवाई अड्डे की सतत निगरानी प्रणाली में अतिरिक्त रडार और तापमान सेंसर स्थापित करने से ऐसे संकेतों को पहले से पहचानना संभव होगा। नियामक प्राधिकरणों को विमानन कंपनियों को लैंडिंग गियर के नियमित नॉन्स-डिस्ट्रक्टिव टेस्ट (NDT) करने की अनिवार्य दिशा-निर्देश जारी करने चाहिए। साथ ही, पायलटों के प्रशिक्षण में ऐसी आपातकालीन स्थितियों का सिम्युलेशन अधिक बार शामिल किया जाना चाहिए। देखी गई चिंगारी और विस्फोट की आवाज़ें संभावित इग्निशन फॉल्ट या टर्बाइन ब्लेड के टूटने का संकेत भी दे सकती हैं। विमानन सुरक्षा को मज़बूत करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों के साथ सामंजस्य स्थापित करना आवश्यक है। इस घटना से जुड़ी स्थानीय टीवी रिपोर्टों की तुलना में स्वदेशी मीडिया ने अक्सर सटीक तकनीकी विवरणों को उपेक्षित किया है। अंत में, पीड़ितों एवं उनके परिवारों को उचित मुआवजा और मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करने की नीति को शीघ्र लागू करना चाहिए। इस प्रकार, व्यापक तकनीकी, नियामक और मानवीय उपायों के समन्वय से भविष्य में ऐसी त्रासदी को टालना संभव होगा।

  • Image placeholder

    Santosh Sharma

    दिसंबर 31, 2024 AT 11:11

    विमान दुर्घटना के बाद तुरंत आपातकालीन टीमों ने स्थिति को संभालने के लिये सभी संसाधन जुटा दिए, यह दर्शाता है कि कोरियाई विमानन सुरक्षा में अत्यधिक तत्परता है।

  • Image placeholder

    yatharth chandrakar

    जनवरी 1, 2025 AT 07:30

    मुझे लगता है कि लैंडिंग गियर की मैकेनिज़्म में नियमित रखरखाव न होने की संभावना है, इसलिए एयरलाइन को इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

  • Image placeholder

    Vrushali Prabhu

    जनवरी 2, 2025 AT 03:50

    वाह! क्या नाटकीय दृश्य था यार!!

  • Image placeholder

    parlan caem

    जनवरी 3, 2025 AT 00:09

    ये सब इश्यू तो रोज़ होते हैं, फिर भी मीडिया बहुत बज़ी दिखा रहा है, बस कॉफी पीते रहो।

  • Image placeholder

    Mayur Karanjkar

    जनवरी 3, 2025 AT 20:28

    अपघात की फॉर्मेशनल एनालिटिक मॉडेलिंग से पता चलता है कि सिस्टम रिडंडंसी की कमी महत्वपूर्ण कारक था।

  • Image placeholder

    Sara Khan M

    जनवरी 4, 2025 AT 16:47

    हँसी आ गई 😂😂

  • Image placeholder

    shubham ingale

    जनवरी 5, 2025 AT 13:06

    चलो, इस हादसे से सीख लेकर आगे बेहतर सुरक्षा बनाते हैं 🚀

  • Image placeholder

    Ajay Ram

    जनवरी 6, 2025 AT 09:26

    बिल्कुल सही कहा आपने, विशेषकर जब आपने NDT टेस्ट और पायलट प्रशिक्षण की बात उठाई; ये दोनों ही पहलू एक साथ मिलकर सुरक्षा का दोहरी किला बनाते हैं। इस संदर्भ में इंडस्ट्री के भीतर ज्ञान साझा करने वाले प्लेटफ़ॉर्म की जरूरत भी है, जिससे हर एयरोस्पेस इकाई नवीनतम प्रोटोकॉल को अपनाए। साथ ही, स्थानीय समुदायों को भी इस प्रक्रिया में शामिल कर, वन्यजीव टकराव को न्यूनतम किया जा सकता है।

  • Image placeholder

    Dr Nimit Shah

    जनवरी 7, 2025 AT 05:45

    इंडो‑पैसिफिक में कोरिया हमेशा से ही एयरोस्पेस में आगे रहा है, इसलिए ऐसे छोटे‑मोटे हादसे को इतना बड़ा बना देना विदेशी मीडिया का काम है।

  • Image placeholder

    Ketan Shah

    जनवरी 8, 2025 AT 02:04

    क्या आपको लगता है कि इस तरह की दुर्घटनाएँ स्थानीय मौसमीय परिस्थितियों से भी जुड़ी हो सकती हैं? यदि हाँ, तो क्लायमेट मॉनिटरिंग को और सटीक बनाने की आवश्यकता होगी।

  • Image placeholder

    Aryan Pawar

    जनवरी 8, 2025 AT 22:23

    सबको दुआओँ में याद रखें इस हादसे में फंसे लोगों को

  • Image placeholder

    Shritam Mohanty

    जनवरी 9, 2025 AT 18:42

    ये सारा इवेंट ऐसा लगता है कि गुप्त अभ्यर्थियों का प्रयोग करके विमानन उद्योग को नियंत्रित करने की साजिश है, किसी ने भी इस तथ्य को सामने नहीं लाना चाहा।

  • Image placeholder

    Anuj Panchal

    जनवरी 10, 2025 AT 15:02

    विमानन सुरक्षा के रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क के तहत इस केस स्टडी को ऐड करने से भविष्य में प्रीडिक्टिव एनालिटिक्स मॉडल की सटीकता बढ़ेगी।

  • Image placeholder

    Prakashchander Bhatt

    जनवरी 11, 2025 AT 11:21

    आशा है कि जल्द ही सुधारात्मक कदमों के साथ ऐसी घटनाओं को रोका जाएगा, और यात्रियों को फिर से सुरक्षित महसूस होगा।

एक टिप्पणी लिखें