जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 12% गिरा, वैश्विक बिकवाली ने बढ़ाई चिंता
अग॰, 7 2024जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 12% गिरा
सोमवार को जापान का प्रमुख निक्केई 225 स्टॉक इंडेक्स 12% की बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ, जिससे वैश्विक बाजारों में गंभीर बिकवाली देखी गई। इसके चलते निवेशकों में चिंता का माहौल बन गया है और अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी की संभावना ने और अधिक तनाव पैदा कर दिया है।
मौजूदा स्थिति का कारण
यह गिरावट अमेरिकी रोजगार के आंकड़ों के कारण आई, जो उम्मीदों से काफी कम रहे। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी नियोक्ताओं द्वारा पिछले महीने की तुलना में कम नियुक्तियाँ की गईं, जो यह संकेत दे रही हैं कि ब्याज दरों को बढ़ाने के कदम से अमेरिकी अर्थव्यवस्था मंदी की ओर बढ़ सकती है। यह खबर वैश्विक बाजारों में असामान्य हड़बड़ाहट का कारण बन गई और निक्केई 225 में 5.8% की zuvor हुई गिरावट ने इसे और गहरा बना दिया।
अन्य एशियाई बाजारों पर असर
निक्केई 225 के गिरने का प्रभाव अन्य एशियाई बाजारों पर भी पड़ा है। साउथ कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 9% से अधिक गिर गया, जिससे सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयरों में 10.3% की गिरावट आई। इसी तरह, ताइवान का ताइएक्स इंडेक्स भी नुकसान में रहा। ये बाजार, जो अर्धचालक उत्पादकों पर निर्भर हैं, अमेरिकी रोजगार डेटा के बाद चिंतित हो गए।
विकल्पों की तलाश
निवेशक इस समय बहुत ज्यादा तनाव में हैं और अमेरिकी आपूर्ति प्रबंधन संस्थान से आने वाले आंकड़ों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ये आंकड़े यह स्पष्ट कर सकते हैं कि वैश्विक बिकवाली एक अतिरंजन हों या नहीं। हालांकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था अभी भी विस्तार कर रही है, लेकिन निवेशकों में एक व्यापक मंदी की भावना बनी हुई है।
अन्य क्षेत्रों पर असर
बाजारों की इस गिरावट से क्रिप्टोकरेंसी बाजार भी प्रभावित हुआ है। बिटकॉइन 14% गिरकर $54,155 पर आ गया है। तेल की कीमतों में भी घटोतरी देखी गई है, यूएस बेंचमार्क क्रूड ऑयल 74 सेंट गिरकर $72.78 प्रति बैरल पहुंच गया और ब्रेंट क्रूड 67 सेंट गिरकर $76.14 प्रति बैरल हो गया है।
निवेशकों की प्रतिक्रिया
वर्तमान परिस्थिति ने निवेशकों को बहुत ही सतर्क बना दिया है और वे हर नई जानकारी पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। निक्केई 225 की यह अप्रत्याशित गिरावट और व्यापक बाजार चिंता ने आगे की परिस्थिति को विचलित कर दिया है। अब सबकी नजरें आने वाले अमेरिकी अर्थव्यवस्था से जुड़े आंकड़ों पर टिकी हैं, जो आने वाले समय में स्थिति को स्पष्ट करेंगे।