Lokah Chapter 1 ने बनाया इतिहास: विश्व स्तर पर सबसे अधिक कमाई करने वाली मलयालम फ़िल्म

बॉक्स ऑफिस की नई ऊँचाइयाँ
28 अगस्त 2025 को रिलीज़ हुई Lokah Chapter 1 ने मलयालम सिनेमा के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा। डोमिनिक अरुं द्वारा दिग्दर्शित इस सुपरहीरो फैंटेसी ने खुलते ही 2.71 करोड़ रुपये की राजस्व के साथ केरल में और 6.66 करोड़ रुपये की वैश्विक कमाई दर्ज की। चार दिन की शुरुआती सप्ताहांत में ही यह 65 करोड़ रुपये की बड़ी राशि संग्रहित कर दर्शकों का दिल जीत लिया।
फिल्म ने सात दिनों के भीतर 100 करोड़ की पारी को पार कर, भारतीय फिल्म उद्योग में 2025 की छठी सबसे बड़ी कमाई वाली फिल्म बन गई। दुनिया भर में इसकी कुल कमाई 270 से 286 करोड़ रुपये के बीच गिनी जा रही है, जिससे यह पूरी तरह से मलयालम फ़िल्मों के बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड को पुनः लिख रही है।
- पहले दिन: केरल – ₹2.71 करोड़, विश्व स्तर पर – ₹6.66 करोड़
- पहले चार दिनों में कुल: ₹65 करोड़ (विश्वव्यापी)
- पहले सात दिनों में: ₹100 करोड़ (विश्वव्यापी)
- कुल संग्रह: ₹270‑₹286 करोड़ (विश्वव्यापी)
इन आँकड़ों ने न केवल फ़िल्म को 2025 की प्रमुख भारतीय ब्लॉकबस्टर्स में जगह दिलाई, बल्कि महिला‑प्रधान फ़िल्मों के लिए नई उम्मीदें भी जगाई।

फ़िल्म की निर्मातात्मक पहल और सांस्कृतिक प्रभाव
दूलकर सलमान ने अपनी वेफ़रर फ़िल्म्स बैनर के तहत इस प्रोजेक्ट को प्रोड्यूस किया। क्यालीनी प्रियांश ने चंद्रा की भूमिका में वह ताक़त और रहस्य पेश किया, जो बेंगलुरु में अंग ट्रैफ़िकिंग गैंग से जुड़ती है। नासलेन के. गाफ़ूर, सैंडी मास्टर, अरुण कुरियन और विजयराजवन जैसे कलाकारों ने कहानी में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
तकनीकी पहल में निमिश रवि की सिनेमैटोग्राफी, चमन चक्को का एडीटिंग और जेक बेजॉय की संगीत रचना ने फ़िल्म को एक विजुअल और ऑडियो फ़ेवरिट बना दिया। 94 दिनों की शूटिंग, जो 30 मार्च 2024 से शुरू होकर 30 जनवरी 2025 को समाप्त हुई, ने फिल्म को एक कंसिस्टेंट विज़ुअल लुक दिया, जिससे दर्शकों को एक पूरी तरह से नई दुनिया में डुबोया गया।
आलोचनात्मक तौर पर फ़िल्म को अभिनय, VFX, विश्व-निर्माण, साउंडट्रैक और कुल प्रोडक्शन वैल्यू के लिए सराहा गया। कई समीक्षक इस बात पर ज़ोर देते हैं कि फ़िल्म ने मलयालम उद्योग की क्षमता को दिखाया है कि वह न केवल स्थानीय दर्शकों को, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार को भी आकर्षित कर सकती है।
यह सफलता मोहन्लाल के कई रिकॉर्ड‑तोड़ फ़िल्मों, जैसे स्री लंकाला और कुंग फु पंचाब, को भी पीछे छोड़ गई है। अब मलयालम फ़िल्म निर्माताओं के पास यह प्रमाण है कि एक मजबूत कहानी, महिला‑प्रधान कास्ट और उच्च स्तर की तकनीकी कारीगरी के साथ वे विश्व मंच पर भी प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।
बॉक्स ऑफिस की इस नई छाप के साथ, Lokah Chapter 1 ने न केवल एक फ़िल्म के रूप में, बल्कि एक सांस्कृतिक आंदोलन के रूप में अपना प्रभाव डाला है। यह दर्शाता है कि क्षेत्रीय भाषा की फ़िल्में भी बड़े पैमाने पर आर्थिक और कलात्मक दोनों तरह से सफल हो सकती हैं, जिससे भारतीय सिनेमा का भविष्य और अधिक विविधतापूर्ण और ग्लोबल होगा।