फरीदाबाद में बाइक सवार को टक्कर मारने के वीडियो पर राजत दालाल का इनकार और विवादों का दौर
अग॰, 30 2024सोशल मीडिया में इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें फरीदाबाद के सड़कों पर एक कार सवार उच्च गति पर ड्राइव करता नजर आ रहा है। इस घटना के मुख्य किरदार है रजत दालाल, जो एक प्रसिद्ध सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और विवादों के लिए जाने जाते हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि दालाल 140 किमी/घंटा की रफ्तार से कार चला रहे हैं, जबकि एक महिला यात्री बार-बार उनको धीमी गति पर ड्राइव करने की अपील करती है।
वीडियो में दर्दनाक दृश्य तब आता है जब दालाल की कार एक बाइक सवार को टक्कर मार देती है। हादसे के बाद भी, दालाल न तो गाड़ी रोकते हैं और न ही घायल बाइक सवार की मदद करते हैं। यह देखते हुए महिला यात्री उन्हें सूचित करती है, लेकिन दालाल जवाब में बड़े ही लापरवाह अंदाज में कहते हैं, ‘वो गिर गया तो कोई बात नहीं मैम’ और ‘रोज का यही काम है’।
पुराने विवाद और कानूनी मुसीबतें
यह कोई पहली बार नहीं है जब रजत दालाल कानूनी विवादों में घिरे हैं। इस वर्ष की शुरुआत में, अहमदाबाद पुलिस ने उन पर मारपीट, अभद्र व्यवहार और 18 वर्षीय एक लड़के के अपहरण के आरोप में गिरफ्तार किया था। उस लड़के ने दालाल के जिम में एक सेल्फी खींची थी और एक निराशाजनक कैप्शन डाला था। इसके बाद दालाल ने लड़के पर हमला किया और उसे अपमानजनक व्यवहार का शिकार बनाया।
सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया और पुलिस की निष्क्रियता
भले ही मौजूदा वीडियो की उत्पत्ति स्पष्ट नहीं है और कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है, ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर इसे देखने वालों ने दालाल की गिरफ्तारी की मांग की है। हादसे के स्थान से संबंधित क्षेत्र की पुलिस भी इस मामले में कोई कार्रवाई करने से अब तक बच रही है।
रजत दालाल ने खुद इस वायरल वीडियो की प्रामाणिकता पर सवाल उठाए हैं। उनका दावा है कि यह वीडियो एडिट किया गया है और उन्हें बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है।
सड़क सुरक्षा और जिम्मेदारी
यह घटना एक बार फिर से सड़क सुरक्षा की गंभीरता को उजागर करती है। उच्च गति पर ड्राइविंग, खासकर जब सड़कें बहुत अधिक भीड़भाड़ वाली हों, न केवल ड्राइवर के लिए बल्कि बाकी सब के लिए भी खतरनाक हो सकती है। दालाल की लापरवाही भरी ड्राइविंग और घटना के बाद का उनका रुख़ यह दिखाता है कि सार्वजनिक सड़कों पर जिम्मेदारी और सुरक्षापूर्ण व्यवहार कितना आवश्यक है।
फरीदाबाद की पुलिस ने इस मामले में जांच की संभावना को खारिज नहीं किया है, लेकिन अब तक कोई निश्चित कदम नहीं उठाया गया है। लोगों का दबाव लगातार बढ़ रहा है और इसकी वजह से भविष्य में कोई ठोस कार्रवाई संभव हो सकती है।
इस घटना के बाद से दालाल की सोशल मीडिया प्रोफाइल में भी लगातार निगरानी की जा रही है। जहां कुछ उनके पक्ष में बोल रहे हैं, वहीं अधिकांश लोग उनकी निंदा कर रहे हैं। दालाल के समर्थक इसे एक प्रोपेगैंडा करार दे रहे हैं, जबकि आलोचक इसे एक गंभीर अपराध मान रहे हैं।
आखिरकार, हमें क्या सीखना चाहिए?
इस घटना से हमें यह सीखना चाहिए कि सड़क पर किसी मसखरी या लापरवाही का हश्र क्या हो सकता है। सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करना हर किसी की जिम्मेदारी है और किसी की लापरवाही दूसरे की जिंदगी पर भारी पड़ सकती है। सोशल मीडिया पर वायरल होती ऐसी घटनाएं हमारे समाज में जागरूकता की जरूरत को भी दर्शाती हैं।
यदि रजत दालाल दोषी पाए जाते हैं, तो यह उन सभी नामचीन हस्तियों के लिए एक चेतावनी होगी जो कानून और नैतिकता की सीमाओं को पार करते हुए समाज के लिए गलत उदाहरण पेश करते हैं।