फ्यूरियोसा: अ मैड मैक्स सागा रिव्यू: अन्या टेलर-जॉय ने आगे बढ़ाई इस एपिसोडिक ऑरिजन स्टोरी को, लेकिन फ्यूरी रोड जैसी उत्तेजना की उम्मीद न करें

फ्यूरियोसा के अद्वितीय संसार की शुरुआत
फ्यूरियोसा: अ मैड मैक्स सागा, जॉर्ज मिलर द्वारा निर्देशित, एक ऐसी फिल्म है जो प्रतिष्ठित एक्शन हीरोइन फ्यूरियोसा के प्रारम्भिक जीवन की कहानी को उजागर करती है। फिल्म में प्रमुख भूमिका निभा रहीं अन्या टेलर-जॉय ने अपनी अद्भुत अभिनय क्षमता का प्रदर्शन किया है, जो देखने वालों को मंत्रमुग्ध करने में सफल रहती है। जब फिल्म की घोषणा की गई थी, तो इसे फैंस के बीच बेहद चर्चा का विषय बना दिया गया था, और सभी इसके प्रदर्शन की प्रतीक्षा कर रहे थे।
कहानी का सार और उसके पात्र
फिल्म की कहानी मुख्य रूप से फ्यूरियोसा के बदले की भावना और क्रोध के इर्द-गिर्द घूमती है। क्रिस हेम्सवर्थ ने फिल्म में एक बाइकर गैंग लीडर डिमेंटस की भूमिका निभाई है, जबकि टॉम बर्क प्रेटोरियन जैक के रूप में नजर आते हैं। हालांकि मिलर का निर्देशन कहीं-कहीं अद्वितीय और रोमांचक है, लेकिन पूरी कहानी एक समान संतुलन बनाए रखने में असफल रहती है। फ्यूरियोसा के पात्र और उसकी यात्रा की गहराई ने दर्शकों को पूरी तरह से संलग्न करने में थोड़ी चूक की है।

एक्शन दृश्य और उनका महत्व
फिल्म के एक्शन दृश्य दर्शकों के लिए एक बड़ा आकर्षण हैं, विशेषकर एक चलता हुआ ट्रक जिसमें कई रोमांचक घटनाएं घटित होती हैं। इन दृश्यों का चित्रण बेहद प्रभावशाली ढंग से किया गया है और वे दर्शकों का ध्यान बांधने में सफल रहते हैं। हालांकि, फिल्म की दुनियाभर की संरचना और उसके कई भागों में प्राकृतिक उत्तेजना की कमी हो जाती है, जो इसे फ्यूरी रोड की ऊंचाइयों तक पहुंचाने में बाधा बनती है। फिल्म में फ्यूरियोसा और उन महिलाओं के बीच कनेक्शन की कमी महसूस होती है, जो कभी सेक्स स्लेव थीं।
मिलर की दृष्टि और इसके परिणाम
जॉर्ज मिलर का निर्देशन हमेशा से इनोवेटिव रहा है और इस फिल्म में भी उन्होंने अपनी इस विशेषता को बरकरार रखा है। हालांकि, हर जोखिम उठाने वाले निर्देशक की तरह, कुछ पहलू हैं जो फिल्म को कमजोर कर देते हैं। फिल्म की एपिसोडिक प्रकृति और माइक्रो-अग्रेसन्स पर अत्यधिक ध्यान देने से कहानी का फोकस कहीं न कहीं खो जाता है। मिलर की विलक्षण दृष्टि की प्रशंसा करते हुए, इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि फिल्म की गति कुछ स्थलों पर धीमी हो जाती है।

अभिनेताओं का प्रदर्शन
फिल्म में अन्या टेलर-जॉय और टॉम बर्क के प्रदर्शन की विशेष रूप से प्रशंसा की जानी चाहिए। अन्या टेलर-जॉय ने फ्यूरियोसा के क्रोध और उसके अथक संकल्प को बेहद प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया है। टॉम बर्क ने प्रेटोरियन जैक के रूप में एक संघर्षी चरित्र को जीवंत कर दिया है। इनके अलावा, क्रिस हेम्सवर्थ का डिमेंटस के रूप में प्रदर्शन भी ध्यान आकर्षित करता है। उनकी अभिनय प्रतिभा ने दर्शकों के अनुभव को और भी जीवंत बना दिया है।
आखिरी विचार
फ्यूरियोसा: अ मैड मैक्स सागा एक समर्पित प्रयास है और अपने तरीके से दर्शकों के लिए एक रोमांचकारी अनुभव प्रदान करती है। हालांकि फिल्म फ्यूरी रोड जैसी ऊंचाइयों को नहीं छू पाती, लेकिन यह इसकी अपनी विशेषताएं भी हैं जो इसकी विशिष्टता को बरकरार रखती हैं। कहानी की धीमी गति और संदर्भहीनता के बावजूद, मिलर की निर्देशन की कुशलता और कलाकारों का जोरदार प्रदर्शन फिल्म को देखने योग्य बनाता है।
Hariom Kumar
मई 23, 2024 AT 22:16वाह, फ्यूरियोसा की कहानी सुनकर तो दिल भर आया! इस रिव्यू ने मेरे मूड को uplift कर दिया 😊
shubham garg
जून 1, 2024 AT 14:40फिल्म में अन्या की एक्टिंग तो धांसू है, एकदम Energy से भरी हुई। एक्शन सीन्स बहुत बिंदास लगते हैं, पर थोड़ी स्लो पेसिंग रहती है। फिर भी overall मज़ा आता है, खासकर फर्स्ट हाफ में। अगर आप मैड मैक्स फैन हैं तो जरूर देखिये!
LEO MOTTA ESCRITOR
जून 10, 2024 AT 07:03सच में, फ्यूरियोसा का बैकस्टोरी हमें खुद के अंदर के गुस्से को समझाता है। जिंदगी में कई बार हम भी रिवैन्ज़ की भावना रखते हैं, पर रास्ता सही चुनना ज़रूरी है।
Sonia Singh
जून 18, 2024 AT 23:26मैं तो कहूँगी कि फिल्म की विज़ुअल्स बहुत फैंसी हैं, पर कहानी में थोड़ा और गहराई हो सकती थी। फिर भी मज़े के लिए ठीक है।
Ashutosh Bilange
जून 27, 2024 AT 15:50यो दिमागी पॅटर्न देखो, फ्यूरियोसा का एंट्री सीन तो जैसे दिमाग में इम्पैक्ट डाल दे। फर्स्ट सीन में कैमरा मूवमेंट तो किलर है। अन्या की एक्टिंग में तो वही रॉ पावर है, जैसे गोली की दर्द। क्रिस की बाइसिकल गैंग लीडर वाला रोल, कभी-न कभी मीटर पर पड़ता है। टॉम बर्क की जॅक वाली स्टाइल, वो भी टॉप क्लास है। फिल्म का सेट डिज़ाइन तो मानो एक अलग दुनिया बन गया है। लेकिन कुछ हिस्सों में सस्पेंस तो कम पड़ता है, जैसे कि ड्राइविंग सीन में। एक्शन के बाद थ्रिल की के कमी जख्म जैसी है। फिर भी समझदारी से मंच पर लाइटिंग डाली गयी है। फ्यूरियोसा की रिवेंज़ ड्राइव तो एक केस स्टडी है। स्वरूप में फ्यूरी रोड से अलग, पर अपना ही एटमॉस्फ़ियर है। मैं इसको एक स्नैक जैसा मानता हूँ, लाइट लेकिन तड़का। एफ़ेक्ट्स के लिए धन्यवाद फिल्म टीम को। अंत में, कहानी की गति कभी-कभी स्नूज़ जैसा लगती है, पर अंत में सरप्राइज़ नहीं होता। कुल मिलाकर, यह फिल्म एक अलग एक्सपीरियंस है।
Kaushal Skngh
जुलाई 6, 2024 AT 08:13मतलब फ्यूरियोसा की फिल्म ठीक-ठाक है।
Harshit Gupta
जुलाई 15, 2024 AT 00:36देखो भाई, ये फिल्म अपने आप में एक राष्ट्रीय अभिप्रेत संदेश देती है, कि असली हीरो कोन बनता है! कोई नहीं समझा तो इंडिया की शान को भी खींच लेता है। लेकिन फिर भी फ्यूरी रोड की तरह नहीं, इसलिए यही कहता हूँ कि आप नई चीज़ें आज़माओ, लेकिन पुरानी लाइनों से बंधे मत रहो।
HarDeep Randhawa
जुलाई 23, 2024 AT 17:00हाय! यह फिल्म तो... एकदम क्रेज़ी... लेकिन, क्या? क्यों? क्या यही वो... असली एग्ज़िट था? ठीक है... चलो, देखते हैं!!
Nivedita Shukla
अगस्त 1, 2024 AT 09:23फ्यूरी रोड की तुलना में इस फिल्म में रागरजी कम है, पर फ्यूरियोसा की अंधेरी कहानी तो हमारे दिल को छू लेती है। कभी‑कभी हम भी ड्राइव पर अपनी रिद्म देखते हैं, और इस तरह की फिल्में हमें अपनी आंतरिक अँधेरी लहर से जकड़ लेती हैं।
Rahul Chavhan
अगस्त 10, 2024 AT 01:46फ्यूरियोसा का बैकस्टोरी दिलचस्प है, लेकिन रिव्यू में थोड़ा और डिटेल की जरूरत लगती है।
Joseph Prakash
अगस्त 18, 2024 AT 18:10👍 फिल्म की एस्थेटिक बेहतरीन है, एक्शन भी टॉप नॉच।
Arun 3D Creators
अगस्त 27, 2024 AT 10:33यो दिक्कत, फिल्म में कुछ भी नहीं बदला, फिर भी हम बात करते रहेंगे
RAVINDRA HARBALA
सितंबर 5, 2024 AT 02:56सच में, फिल्म की रेस्पॉन्सिबिलिटी और फोकस दोनों ही कमज़ोर हैं, ऑपरेशन के दौरान कई मिसएस्टीमैटिक एरर देखे गए।
Vipul Kumar
सितंबर 13, 2024 AT 19:20फिलहाल फिल्म का मैसेज क्लियर है, लेकिन अंत में थोड़ा और इमोशन चाहिए था। धीरे‑धीरे हम सब को समझ आएगा कि फ्यूरियोसा की यात्रा सिर्फ एंड्रॉइड नहीं, बल्कि इंसानी भावनाओं का भी प्रतिबिंब है।
Priyanka Ambardar
सितंबर 22, 2024 AT 11:43भाई, रिव्यू में इतना बबल नहीं चाहिए, सीधे बात करो! 🧐 फिल्म में क्या ठीक है और क्या नहीं, बता दो।
sujaya selalu jaya
अक्तूबर 1, 2024 AT 04:06डिस्कशन में सही ढंग से बने रहें, धन्यवाद।
Ranveer Tyagi
अक्तूबर 8, 2024 AT 22:16देखो, फ़िल्म की ए़डिटिंग में कई बार फ़्रेम्स फसल हो रहे थे!!! इसे ठीक करने से पहले प्रॉडक्शन टीम को गहन समीक्षा करनी चाहिए!!!