भारतीय मौसम विज्ञान विभाग: बारिश, तूफान और मौसम की भविष्यवाणी का विश्वसनीय स्रोत

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग भारतीय मौसम विभाग, भारत सरकार का सर्वोच्च मौसम विज्ञान एजेंसी, जो देश भर में मौसम की भविष्यवाणी, चेतावनी और डेटा संग्रह का काम करता है। इसे अक्सर IMD कहा जाता है, और यह देश की खेती, यात्रा, उद्योग और आपदा प्रबंधन के लिए जानकारी का अहम स्रोत है।

इसकी भविष्यवाणियाँ सिर्फ एक टीवी पर दिखने वाली बात नहीं हैं। जब दरजिलिंग में बाढ़ आती है, तो IMD ही बारिश की तीव्रता और भूस्खलन के खतरे की चेतावनी जारी करता है। जब कोलंबो में भारत-पाकिस्तान मैच का मौसम बिगड़ता है, तो वही IMD बताता है कि बारिश रुकेगी या नहीं। यही कारण है कि आप जब भी देखते हैं कि कोई टीम ने बारिश के बीच मैच खेल लिया, तो उसके पीछे IMD का डेटा होता है।

इसी तरह, बारिश, भारत में मौसम का सबसे महत्वपूर्ण पहलू, जो खेती को बचाती है और शहरों को बाढ़ में डुबो सकती है की भविष्यवाणी IMD का सबसे बड़ा काम है। तूफान, जैसे साइक्लोन या अल्पदबाव, जो ओडिशा या तमिलनाडु में भयावह नुकसान पहुँचाते हैं के लिए भी IMD अग्रिम चेतावनी जारी करता है। इसके बिना, लाखों लोगों को बचाने की बात ही नहीं होती।

आपके लिए ये सब जानकारी सिर्फ आँखों के सामने नहीं है। जब आप रणजी ट्रॉफी के मैच के लिए तैयार होते हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि क्या बारिश होगी। जब आप एक यात्रा पर निकलते हैं, तो IMD का डेटा आपके लिए देर या रद्दी फ्लाइट से बचाता है। यही वजह है कि हमारे पास इतने सारे लेख हैं — दरजिलिंग के बवंडर, कोलंबो की बारिश, और फिर भी खेलों के लिए मौसम का प्रभाव।

इस पेज पर आपको ऐसे ही ताज़ा और विश्वसनीय लेख मिलेंगे, जो IMD की भविष्यवाणियों, आपदाओं की चेतावनियों और मौसम के असर को आम आदमी के लिए समझाते हैं। यहाँ कोई जटिल शब्द नहीं, कोई भ्रम नहीं — सिर्फ वो जानकारी जो आपके दिन को बदल सकती है।

साइक्लोन मोंथा के बाद बिहार-यूपी में भारी बारिश का खतरा, कृषि क्षेत्र भी खतरे में
jignesha chavda 14 टिप्पणि

साइक्लोन मोंथा के बाद बिहार-यूपी में भारी बारिश का खतरा, कृषि क्षेत्र भी खतरे में

साइक्लोन मोंथा के बाद भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बिहार और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जो बिहार के 85% शीतकालीन चावल फसल को खतरे में डाल सकती है।