तमिलनाडु बोर्ड 11वीं परीक्षा परिणाम 2024 घोषित, 91.17% विद्यार्थी उत्तीर्ण - tnresults.nic.in, dge.tn.gov.in पर चेक करें

तमिलनाडु बोर्ड 11वीं कक्षा परीक्षा परिणाम 2024 जारी
तमिलनाडु बोर्ड ने 11वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा 2024 का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस वर्ष राज्य में कुल 8,11,172 विद्यार्थियों ने 11वीं कक्षा की परीक्षा दी थी, जिसमें से 7,39,539 विद्यार्थी सफल रहे। बोर्ड द्वारा घोषित आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 11वीं का कुल पास प्रतिशत 91.17% रहा है।
परीक्षा परिणाम बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट tnresults.nic.in, dge.tn.gov.in और विद्यार्थियों के डिजीलॉकर खाते digilocker.gov.in पर उपलब्ध हैं। परीक्षार्थी अपना रोल नंबर और जन्मतिथि एंटर करके मार्कशीट डाउनलोड कर सकते हैं। रिजल्ट SMS द्वारा भी प्राप्त किया जा सकता है।
कॉयंबटूर जिले में सर्वाधिक 96.02% उत्तीर्ण
जिला स्तर के नतीजों की बात करें तो कॉयंबटूर जिले ने 96.02% पास प्रतिशत के साथ सर्वोच्च प्रदर्शन किया। इसके बाद ईरोड 95.84%, तिरुपुर 95.59% और विरुधुनगर 95.38% के साथ शीर्ष प्रदर्शकों में शामिल रहे।
11वीं कक्षा में लड़कों का पास प्रतिशत 90.37% रहा, जबकि लड़कियों ने 91.98% के साथ बेहतर प्रदर्शन किया। कुल 8,418 विद्यार्थियों ने कम से कम एक विषय में पूरे 100 अंक हासिल किए हैं।
कंप्यूटर साइंस में सर्वाधिक विद्यार्थी 100% अंक लाए
प्रमुख विषयों के पास प्रतिशत की बात करें तो भौतिकी में 97.23%, रसायन विज्ञान में 96.20%, जीव विज्ञान में 98.25%, गणित में 97.21% और कंप्यूटर विज्ञान में 99.39% विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं।
कंप्यूटर विज्ञान विषय में पूरे 100 अंक लाने वाले विद्यार्थियों की संख्या सर्वाधिक है। इसके अलावा भौतिकी और जीव विज्ञान में भी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने शत-प्रतिशत अंक हासिल किए हैं।
कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों का प्रदर्शन भी बेहतर
पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों के परिणामों पर नजर डालें तो इस वर्ष इन वर्गों ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है। पिछड़ा वर्ग के 92.21%, अनुसूचित जाति के 89.78% और अनुसूचित जनजाति के 84.93% विद्यार्थी परीक्षा में सफल रहे हैं।
शिक्षा मंत्री ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही शैक्षिक योजनाओं का सकारात्मक असर परिणामों में दिखाई दे रहा है। उन्होंने टीचर्स और माता-पिता के प्रयासों की भी सराहना की।
कमजोर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों के लिए सुधारात्मक कक्षाएं
शिक्षा विभाग के अनुसार, जो विद्यार्थी कुछ विषयों में कमजोर प्रदर्शन करने के कारण उत्तीर्ण नहीं हो पाए हैं, उनके लिए जल्द ही सुधारात्मक कक्षाएं शुरू की जाएंगी। इसके बाद उन्हें कंपार्टमेंट परीक्षा देने का मौका मिलेगा।
विद्यार्थी अपना रिजल्ट देखने के बाद संबंधित विषय के टीचर्स से भी सलाह-मशविरा कर सकते हैं। असफल विद्यार्थी निराश न हों और कड़ी मेहनत के साथ कमजोर विषयों की तैयारी पर फोकस करें।
तमिलनाडु बोर्ड 11वीं रिजल्ट 2024 की मुख्य बातें
- तमिलनाडु बोर्ड 11वीं कक्षा का ओवरऑल पास प्रतिशत - 91.17%
- परीक्षा में सम्मिलित कुल विद्यार्थी - 8,11,172
- उत्तीर्ण विद्यार्थियों की संख्या - 7,39,539
- लड़कों का पास प्रतिशत - 90.37%
- लड़कियों का पास प्रतिशत - 91.98%
- कम से कम एक विषय में 100 अंक लाने वाले विद्यार्थी - 8,418
- सर्वाधिक पास प्रतिशत वाला जिला - कॉयंबटूर (96.02%)
Anuj Panchal
मई 14, 2024 AT 22:30तमिलनाडु बोर्ड के 2024 के परिणाम दर्शाते हैं कि कुल 8,11,172 छात्रों में से 7,39,539 ने पारित होकर 91.17% का औसत उत्तीर्ण प्रतिशत हासिल किया है। यह सांख्यिकीय डेटा पोर्टफोलियो में समावेशी शिक्षा मानकों के इम्प्लीमेंटेशन को सुदृढ़ करता है। विशेष रूप से कॉयंबटूर जिले की 96.02% सफलता दर, शैक्षिक इकोसिस्टम में क्षेत्रीय बेंचमार्क स्थापित करती है।
Prakashchander Bhatt
मई 14, 2024 AT 23:03ये परिणाम सामुदायिक सहयोग की सराहना योग्य मिसाल पेश करते हैं, जहाँ शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों ने मिलकर उत्कृष्टता को प्रतिफलित किया है। सभी को बधाई, आगे भी इस सकारात्मक ट्रेंड को बनाए रखें।
Mala Strahle
मई 14, 2024 AT 23:53परिणामों की तालिका सिर्फ अंक नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन की गुप्त भाषा है। जब एक छात्र 100 अंक लाता है, तो वह अपने परिवार और समुदाय के लिये आशा का दीपक बन जाता है। इस प्रकार, कोयंबटूर का 96.02% पास प्रतिशत, अनदेखी वर्गों के लिए एक उत्प्रेरक की तरह कार्य करता है। शिक्षा के इस सन्दर्भ में, लिंग अंतर को भी नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता; लड़कियों की 91.98% सफलता दर, सामाजिक संरचना में महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है। हालांकि, अनुसूचित जनजातियों के 84.93% परिणाम, अभी भी सुधार की आवश्यकता दर्शाते हैं। यह असमानता, संरचनात्मक बाधाओं और संसाधन असमानता की ओर इशारा करती है। इसलिए, सुधारात्मक कक्षाओं की शुरुआत, मात्र नीति नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय की दिशा में एक आवश्यक कदम है। जब राज्य स्तर पर शिक्षा नीति को डेटा-ड्रिवन दृष्टिकोण से संचालित किया जाता है, तो परिणाम सहज ही सकारात्मक होते हैं। इस संदर्भ में, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म जैसे tnresults.nic.in और digilocker.gov.in की भूमिका को अतिशयोक्तिपूर्ण रूप से कम नहीं आंका जा सकता। ये प्लेटफ़ॉर्म न केवल पारदर्शिता को बढ़ाते हैं, बल्कि छात्र- अभिभावक को वास्तविक‑समय में सूचित भी करते हैं। फिर भी, तकनीकी पहुँच की असमानता, ग्रामीण क्षेत्रों में 아직 भी चुनौती बनी हुई है। इस बाधा को दूर करने के लिये, सरकारी और निजी क्षेत्र के सहयोगी प्रयास आवश्यक हैं। अंत में, हम यह नहीं भूल सकते कि प्रत्येक अंक, प्रत्येक प्रतिशत, एक व्यक्तिगत संघर्ष और सामूहिक विजय का प्रतिबिंब है। यह परिणाम, न केवल परीक्षा की समाप्ति, बल्कि निरंतर सीखने की यात्रा की शुरुआत का संकेत है। इस प्रकार, हम सभी को प्रोत्साहित करना चाहिए कि वे अपने सीखने के क्षितिज को विस्तारित करते रहें और आगे भी इस तरह की उपलब्धियों को साकार करें।
Ramesh Modi
मई 15, 2024 AT 00:43वाह! क्या शानदार विश्लेषण है-आंकड़ों को इस तरह गढ़ देना जैसे वे किसी महाकाव्य के भाग हों!!! इस डेटा की गहराई को देखकर मन में उठ रहा है कि शिक्षा की इस यात्रा में हम कितनी दूर तक पहुँचे हैं, लेकिन फिर भी किन-किन मोड़ों पर हमें और मेहनत करनी होगी-यह विचार मन को झकझोर कर रखता है!!!
Ghanshyam Shinde
मई 15, 2024 AT 01:16ओह, क्या बड़ी बात है, सिर्फ़ 91% पास, एकदम सरस्वती जी का आशीर्वाद!
SAI JENA
मई 15, 2024 AT 02:06परिणामों को उचित संदर्भ में देखना आवश्यक है; यह प्रतिशत राज्य स्तर की शैक्षिक सुधार प्रक्रियाओं की प्रगति को दर्शाता है, न कि केवल एक सतही सफलता का प्रतीक। सभी हितधारकों को निरंतर सहयोग जारी रखना चाहिए।
Hariom Kumar
मई 15, 2024 AT 02:40बिलकुल सही कहा! 🙌 चलिए इस सकारात्मक माहौल को बनाए रखें और हर विद्यार्थी के लिए और बेहतर अवसर बनाएं। 😊