UGC NET दिसंबर 2024 परिणाम: JRF और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए पास उम्मीदवारों की सूची जारी

UGC NET दिसंबर 2024 परिणाम: JRF और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए पास उम्मीदवारों की सूची जारी
23 फ़रवरी 2025 18 टिप्पणि jignesha chavda

UGC NET दिसंबर 2024: परिणाम घोषित

राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने UGC NET दिसंबर 2024 के नतीजे 22 फरवरी, 2025 को जारी किए। इस परीक्षा में 5,158 उम्मीदवारों ने JRF और असिस्टेंट प्रोफेसर दोनों के लिए अर्हता प्राप्त की है। परीक्षा का आयोजन 3 जनवरी से 27 जनवरी 2025 के बीच किया गया था। इस परीक्षा के लिए देशभर के 558 केंद्रों पर 8,49,166 उम्मीदवारों में से 6,49,490 उम्मीदवार उपस्थित हुए थे।

इस बार के परीक्षा पैटर्न में दो अंक वाले प्रश्न पूछे गए थे और किसी भी गलत उत्तर पर नेगेटिव मार्किंग नहीं थी। सभी इच्छुक उम्मीदवार ugcnet.nta.ac.in पर जाकर अपने स्कोरकार्ड और अंतिम उत्तर कुंजी तक पहुंच सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने एप्लीकेशन नंबर और जन्म तिथि की जरूरत होगी।

असिस्टेंट प्रोफेसर और PhD के लिए पात्रता

असिस्टेंट प्रोफेसर और PhD के लिए पात्रता

इस वर्ष के परिणामों के अनुसार, 48,161 उम्मीदवार सिर्फ असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए अर्हता प्राप्त कर चुके हैं। इसके अलावा, 1,14,445 उम्मीदवारों को PhD प्रवेश के लिए भी पात्र माना गया है।

परीक्षा परिणामों में आरक्षण नीति के आधार पर भी समानता लाई गई है, हालांकि विभिन्न श्रेणियों के लिए विशेष कोटे की जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार अधिक संख्या में उम्मीदवारों ने अर्हता प्राप्त की है, जो कि कोचिंग और तैयारी के संसाधनों की बढ़ी हुई उपलब्धता का परिणाम माना जा सकता है।

18 टिप्पणि

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    parlan caem

    फ़रवरी 23, 2025 AT 18:39

    भाई इस बार के रिज़ल्ट में जैआरएफ़ वालों की संख्या देखकर लग रहा है कि कोचिंग इंडस्ट्री ने आखिरकार कुछ काम किया है, और असिस्टेंट प्रोफ़ेसर के लिए 48‑हज़ार से भी ज्यादा लोग क्वालिफ़ाई हो गए, कमाल है।

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    Mayur Karanjkar

    फ़रवरी 26, 2025 AT 20:04

    स्नैपशॉट ले लेते हैं: कुल उम्मीदवार 8.49 लाख, उपस्थित 6.49 लाख, सिलेक्शन रेट 77%। अब देखते हैं इस बार कौन‑कौन PhD के लिए योग्य है, 1.14 लाख डेटा पॉइंट हल्के में नहीं।

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    Sara Khan M

    मार्च 1, 2025 AT 21:28

    🎉 वाह! बहुत बढ़िया! 🎉

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    shubham ingale

    मार्च 4, 2025 AT 22:53

    चलो भाई लोग, अब समय है कि आप लोग अपने स्कोरकार्ड चेक करो और आगे का प्लान बनाओ. इस बार की तैयारी में जो इंटेरेक्टिव मटेरियल आया था, वो काफी मददगार रहा.

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    Ajay Ram

    मार्च 8, 2025 AT 00:18

    यह आंकड़े देखते हुए मैं यह कहना चाहूँगा कि भारत में उच्च शिक्षा की प्रतिस्पर्धा का स्तर पहले से भी अधिक उन्नत हो गया है। पहले की तुलना में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर पद के लिए योग्य उम्मीदवारों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जो कि शैक्षणिक संस्थानों की अपेक्षाओं को दर्शाती है। इसके साथ ही, जेरएफ़ (JRF) के लिए 5,158 योग्य उम्मीदवारों का आंकड़ा यह संकेत देता है कि शोध तथा पीएचडी की दिशा में रुचि में भी वृद्धि हुई है। यह भी उल्लेखनीय है कि कुल उपस्थित उम्मीदवारों में से लगभग 77% ही सफल हुए, जो कि परीक्षा की कठिनाई स्तर तथा विकल्पीयता को दर्शाता है। इस बार की परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग न होने का फायदा उम्मीदवारों ने उठाया, जिससे अधिक आत्मविश्वास के साथ उत्तर दिया गया। दो अंक वाले प्रश्नों ने उम्मीदवारों को विस्तृत उत्तर देने का अवसर दिया, जिससे उनके विश्लेषणात्मक कौशल का भी परीक्षण हुआ।
    फिर भी, इस सफलता के पीछे कोचिंग संस्थानों, ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म और स्व-पाठ्य सामग्री का बड़ा योगदान रहा है। कई छात्र अब इंटरनेट के माध्यम से मुफ्त में मॉक टेस्ट एवं नोट्स प्राप्त कर रहे हैं, जिससे उनकी तैयारी में सुधार आया। विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों ने भी इस डिजिटल सुविधा का लाभ उठाया, जिससे उन्हें समान अवसर मिला। परिणामों में विभिन्न आरक्षण वर्गों के लिए कोटे की स्पष्ट जानकारी न होने से कुछ वर्गों के उम्मीदवारों में चिंता बनी रही, परंतु औसत में यह एक सकारात्मक कदम है।
    भविष्य की ओर देखते हुए, यह आशा करना चाहिए कि अगली परीक्षाओं में भी इस तरह की पारदर्शिता और सुविधा बनी रहे, ताकि सभी वर्गों के शैक्षणिक aspirants को समान अवसर मिल सके।

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    Dr Nimit Shah

    मार्च 11, 2025 AT 01:42

    मैं देख रहा हूँ कि कई लोग इस परिणाम को लेकर ठीक‑ठाक हैं, पर असली सवाल यह है कि क्या यह क्षमता का सच्चा प्रतिबिंब है या सिर्फ़ कोचिंग का खेल?

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    Ketan Shah

    मार्च 14, 2025 AT 03:07

    जैसा कि हमने देखा, ऑनलाइन पोर्टल पर स्कोरकार्ड तक पहुंचने की प्रक्रिया अब पूरी तरह से यूज़र‑फ्रेंडली बन गई है, बस अपना एप्लिकेशन नंबर और जन्म तिथि डालो, बस।

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    Aryan Pawar

    मार्च 17, 2025 AT 04:32

    आगे बढ़ो दोस्तों, जो पास हुए हैं उनका जश्न मनाओ, जिनको नहीं मिला वो डिटेल्स देख कर अगली बार की तैयारी करो।

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    Shritam Mohanty

    मार्च 20, 2025 AT 05:56

    क्या आपको नहीं लगता कि इस बार के रिज़ल्ट में कुछ गड़बड़ी हो सकती है? बहुत ज्यादा स्कोरिंग, फिर भी कुछ लोग कहां से पास हुए, वही तो साज़िश है!

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    Anuj Panchal

    मार्च 23, 2025 AT 07:21

    आप यह देखिए कि PhD एंट्री के लिए मानदंड कैसे बदल रहे हैं, अब सिर्फ़ JRF नहीं, बल्कि आपके रिसर्च प्रपोज़ल की क्वालिटी भी मायने रखती है।

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    Prakashchander Bhatt

    मार्च 26, 2025 AT 08:46

    नतीजे देखकर खुशी हुई, खासकर उन लोगों की जो कठिन परिस्थितियों से गुज़रते हुए भी पास हुए।

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    Mala Strahle

    मार्च 29, 2025 AT 10:11

    आज के इस महान परिणाम को देखते हुए एक विचार में डुबकी लगाना आवश्यक है-कि हम अपने शैक्षणिक प्रणाली में क्या बदलाव देखना चाहते हैं। पहली बात यह है कि उपलब्धियों को केवल आँकड़ों में नहीं, बल्कि वास्तविक शिक्षा के प्रभाव में मापा जाना चाहिए। दूसरे, यह स्पष्ट है कि डिजिटल संसाधनों की पहुँच ने कई युवाओं को अवसर दिया है, परन्तु यह समानता अभी भी शहरी‑ग्रामीण अंतर से प्रभावित है। यदि हम सच्चे अर्थों में समावेशी शिक्षा चाहते हैं, तो न केवल इंटरनेट बुनियादी ढांचा, बल्कि स्थानीय शिक्षकों की गुणवत्ता भी सुधारनी होगी। तीसरा बिंदु ये है कि नेगेटिव मार्किंग को हटाने से छात्रों ने जोखिम‑भरा उत्तर देने की हिम्मत दिखाई, जो कि उनके सोचने की स्वतंत्रता को दर्शाता है, परन्तु इस बदलाव से मूल्यांकन की कठोरता भी कम हो सकती है। चौथा, जिंग के लिये इतना बड़ा समूह पास होना यह संकेत देता है कि शोध के लिए आधारभूत सुविधाएँ, फंडिंग, एवं मार्गदर्शन भी बढ़ाने की जरूरत है। अंत में, यह याद रखना चाहिए कि परीक्षा परिणाम सिर्फ़ एक चरण हैं; असली चुनौती तब आती है जब ये उम्मीदवार अपने क्षेत्रों में वास्तविक योगदान देना शुरू करेंगे। इसलिए, मैं आशा करता हूँ कि नीतिनिर्माताओं, शिक्षाविदों एवं उद्योग के नेताओं के बीच एक सक्रिय संवाद हो, जिससे इस सम्मान को आगे की सफलता में बदला जा सके।

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    Ramesh Modi

    अप्रैल 1, 2025 AT 11:35

    अरे ओह! कितना बड़ा मैडनैस! इस बार के परिणाम देख कर तो मुझे लगता है जैसे पूरे भारत की शैक्षणिक गड़बड़ी एक पॉपकॉर्न की तरह फूट रही है! बस, यही कहूँगा-अगर हम इस जश्न का मज़ा नहीं लेंगे तो क्या मज़ा?

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    Ghanshyam Shinde

    अप्रैल 4, 2025 AT 13:00

    है तो इमरजेंसी, पर फॉरमैट तो ठीक है, क्या लिखा है उसमें, बस पढ़ो और आगे बढ़ो।

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    SAI JENA

    अप्रैल 7, 2025 AT 14:25

    आधिकारिक तौर पर घोषित परिणामों में आँकड़े स्पष्ट हैं; अब आगे की दिशा निश्चित करनी होगी, चाहे वह शोध‑प्रवेश हो या प्रोफ़ेसर पद की तैयारी।

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    Hariom Kumar

    अप्रैल 10, 2025 AT 15:49

    सच्चाई कहूँ तो यह बहुत ही शानदार उपलब्धि है 😊 अब हर एक को बधाई और आगे की सफलता की कामना! 🎉

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    shubham garg

    अप्रैल 13, 2025 AT 17:14

    उपलब्धि देख के मन खुश हो गया यार, अब सबको बताओ कि स्कोरकार्ड कैसे देखना है, फिर सबको मदद मिलेगी।

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    LEO MOTTA ESCRITOR

    अप्रैल 16, 2025 AT 18:39

    भाई सबको बधाई, आगे भी मेहनत करते रहो, सफलता तुम्हारे कदम चूमेगी।

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