नीट यूजी 2024 पेपर लीक मामलाः सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को जानकारी देने का निर्देश दिया
जुल॰, 8 2024नीट यूजी 2024 और पेपर लीक मामला
नीट यूजी 2024 परीक्षा में पेपर लीक के आरोपों के बाद से ही यह मामला काफी गर्माया हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) को महत्वपूर्ण आदेश दिए हैं। कोर्ट ने पेपर लीक का मामलों को स्वीकार करते हुए एनटीए को निर्देश दिया है कि वह इस मामले में और भी जानकारी कोर्ट को साझा करें। इस सुनवाई की अध्यक्षता मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने की, जिनमें न्यायाधीश जे बी पारदीवाला और मनोज मिश्रा भी शामिल थे।
याचिकाकर्ताओं की मांग
याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट में कुल 38 याचिकाएं दायर की हैं। इनमें याचिकाकर्ताओं ने नीट यूजी 2024 परीक्षा के पेपर लीक की खबरों को लेकर पूरी परीक्षा के पुनः आयोजन की मांग की है। उनका कहना है कि व्यापक पैमाने पर हुई इस पेपर लीक की घटना ने परीक्षा की पवित्रता को प्रभावित किया है।
याचिकाकर्ताओं ने अदालत को बताया कि यह पेपर लीक सरकार के शिक्षा प्रणाली को एक बड़ा धक्का है और यह छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। ऐसे में वे चाहते हैं कि सरकार और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) इस मामले में शांतिपूर्ण और पारदर्शी जांच करें।
शिक्षा मंत्रालय और एनटीए का पक्ष
शिक्षा मंत्रालय और एनटीए ने जवाब में कहा कि परीक्षा को रद्द करना उचित नहीं होगा क्योंकि इससे वे ईमानदार छात्र भी प्रभावित होंगे जिन्होंने परीक्षा सही तरीके से दी है और अच्छा प्रदर्शन किया है।
उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा को पुनः करवाना काफी कठिन और चुनौतीपूर्ण होगा। इससे सरकार और शिक्षा प्रणाली पर अतिरिक्त भार पड़ेगा और इसमें शामिल सभी संसाधनों का भी दुर्पयोज होगा। उन्होंने कोर्ट से आग्रह किया कि परीक्षा के परिणामों की घोषणा के बाद काउंसलिंग प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाए, जिससे छात्रों का भविष्य प्रभावित ना हो।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कहा कि एनटीए को पेपर लीक की जांच और इसके प्रभावों के बारे में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। इसके बाद ही कोर्ट अंतिम निर्णय ले सकेगा कि परीक्षा के परिणामों की घोषणा की जाए या पुनः आयोजित की जाए।
इस मामले को लेकर अदालत पूरी तरह सतर्क है और यह सुनिश्चित कर रही है कि इसमें शामिल सभी छात्रों के साथ न्याय हो। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि परीक्षा की शुचिता और पारदर्शिता बनी रहे। इस दिशा में उच्चतम न्यायालय का फैसला महत्वपूर्ण होगा और इसका असर शिक्षा प्रणाली पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।
उम्मीदवारों का भविष्य
नीट यूजी 2024 परीक्षा के परिणामों को लेकर उम्मीदवारों में भारी तनाव है। वे उम्मीद कर रहे हैं कि न्यायपालिका एक निष्पक्ष और संतुलित निर्णय लेगी। परीक्षा के परिणाम और काउंसलिंग की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने की संभावना है, लेकिन अदालत के अंतिम निर्णय के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
संक्षेप में, नीट यूजी 2024 के पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई महत्वपूर्ण मोड़ पर है और इससे छात्रों के भविष्य पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है। कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए एनटीए को स्थिति की स्पष्टता प्रदान करनी होगी, ताकि सभी उम्मीदवारों को न्याय मिल सके।