प्रदीप सिंह खरोला बने एनटीए के नए निदेशक, नीट और नेट परीक्षाओं पर विवाद के बीच नियुक्ति
जून, 24 2024प्रदीप सिंह खरोला बने एनटीए के नए निदेशक
प्रदीप सिंह खरोला एक अनुभवी आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं। उनकी नियुक्ति उस समय की गई है जब राष्ट्रीय टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) पर विवादों के बादल मंडरा रहे हैं। खासकर नीट-यूजी और यूजीसी-नेट परीक्षाओं में पेपर लीक के आरोपों से खरोला को नई चुनौती का सामना करना पड़ेगा। खरोला, जिन्हें 1985 बैच के कर्नाटक काडर के आईएएस अधिकारी के रूप में जाना जाता है, को एनटीए के निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है।
नीट और नेट परीक्षाओं पर विवाद
हाल ही में नीट-यूजी और यूजीसी-नेट परीक्षाओं में अनियमितताओं के कारण एनटीए की भूमिका पर सवाल उठाए गए थे। नीट-यूजी परीक्षा में पेपर लीक के आरोप ने इस विवाद को और बढ़ा दिया। छात्रों और अभिभावकों के बीच इस मुद्दे के कारण काफी चिंता का माहौल बन गया था। वहीं, यूजीसी-नेट और सीएसआईआर-यूजीसी नेट परीक्षाओं में भी अनियमितताओं के आरोप लगे थे, जिसके चलते सरकार ने यूजीसी-नेट परीक्षा को रद्द कर दिया और सीएसआईआर-यूजीसी नेट को स्थगित करने का निर्णय लिया।
सुबोध कुमार सिंह पर 'अनिवार्य प्रतीक्षा'
इस विवाद के बीच पिछले एनटीए निदेशक, सुबोध कुमार सिंह को 'अनिवार्य प्रतीक्षा' पर रखा गया है। सुबोध कुमार सिंह की अनुपस्थिती में प्रदीप सिंह खरोला को एनटीए के नए निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति तब तक के लिए है जब तक कि एक नियमित निदेशक की नियुक्ति नहीं हो जाती।
शिक्षामंत्री का बयान और भविष्य की चुनौतियाँ
इस नियुक्ति पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एनटीए के 'शीर्ष नेतृत्व' की जांच की जा रही है ताकि अनियमितताओं के आरोपों की सच्चाई का पता लगाया जा सके। हालांकि, उन्होंने सीएसआईआर-यूजीसी नेट परीक्षा में किसी भी प्रकार की पेपर लीक की संभावना से इनकार किया।
प्रदीप सिंह खरोला को नई भूमिका में एनटीए की साख को फिर से बहाल करने का जिम्मा सौंपा गया है। उन्हें न केवल वर्तमान परीक्षा प्रणाली की गड़बड़ियों को सुलझाना होगा, बल्कि भविष्य की परीक्षाओं की निष्पक्षता और विश्वसनीयता को भी सुनिश्चित करना होगा।
इसके साथ ही, खरोला को छात्रों और अभिभावकों के विश्वास को फिर से स्थापित करने की चुनौती का भी सामना करना होगा। इस संदर्भ में उनकी पिछली उपलब्धियों और प्रशासनिक अनुभव उनके लिए सहायक सिद्ध हो सकते हैं।
खरोला का अनुभव और संभावनाएं
प्रदीप सिंह खरोला ने पहले एयर इंडिया के प्रमुख के रूप में और नागरिक विमानन सचिव के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं। इसके अलावा, भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) के अध्यक्ष के रूप में भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके इस विविधतम अनुभव ने उन्हें एनटीए की जटिल चुनौतियों को संभालने के लिए एक योग्य उम्मीदवार बना दिया है।
संक्षेप में
प्रदीप सिंह खरोला की एनटीए निदेशक के रूप में नियुक्ति पिछले विवादों के साए में हुई है, जिसमें नीट-यूजी और यूजीसी-नेट परीक्षाओं में गड़बड़ियों के आरोप लगे हुए हैं। खरोला के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है कि वह एनटीए की साख को फिर से बहाल करें और भविष्य की परीक्षाओं की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करें। उनका प्रशासनिक अनुभव और समझ उनकी इस नई भूमिका में सहायक सिद्ध हो सकते हैं।