भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ ODI श्रृंखला जीती

जुलाई 2025 में इंग्लैंड की धरती पर खेले तीन‑मैच की ODI श्रृंखला में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 2-1 से जीत दर्ज की, जो टीम के इतिहास में एक नई उपलब्धि है। इस जीत ने न केवल संतुलित स्कोरकार्ड, बल्कि टीम की गहरी आत्मविश्वास भी दिखाया, जो आगे विश्व कप की तैयारियों में मददगार साबित होगा।
सीरीज़ की शुरुआत और पहला जीत
पहला मैच 16 जुलाई को साउथैम्पटन के Utilita Bowl में खेला गया। दीप्ती शर्मा ने unbeaten 62 रन बनाकर भारत को चार विकेट से जीत दिलाई। उनका स्थिर अटैक और मध्य ओवरों में रनों की गति ने इंग्लैंड की गेंदबाज़ी को चकनाचूर कर दिया। इस जीत ने भारत को शुरुआती लाभ दिया और टीम के मूड को सकारात्मक बनाया।

लॉर्ड्स की हार और फिर भी उम्मीदें बनीं
19 जुलाई को लंदन के प्रसिद्ध लॉर्ड्स में दूसरा ODI हुआ, जहाँ बारिश के कारण डकवर्थ‑लेविस नियम लागू किया गया। इंग्लैंड ने 8 विकेट से जीत दर्ज की, जिससे श्रृंखला बराबर हो गई। बावजूद इसके, भारतीय खिलाड़ी ने निराशा नहीं दिखायी। हार्मनप्रीत कौर ने इस मैच में मध्यम गति से 45 रन बनाए, जबकि गेंदबाज़ी में कांतरी गौड़ ने 2/45 के अच्छे आंकड़े पेश किए। इस पैकेज ने टीम को अगले मैच के लिए तैयार किया।
तीसरे और निर्णायक ODI में चेस्टर‑ले‑स्ट्रीट, ड्यूरेहम में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। हार्मनप्रीत कौर ने 102 रन की शतक बनाई, जो उनका सातवाँ ODI शतक था। कांतरी गौड़ ने अपनी पहली ODI में 5 विकेट का लक्ष्य पार करते हुए 6/52 के शानदार आंकड़े बनाए। इन दोनों पहलों ने भारत को 13 रन से जीत दिलाई और श्रृंखला का अंत 2-1 भारत के पक्ष में हुआ।
- हर्मनप्रीत कौर – 102 रन (शतक)
- दीप्ती शर्मा – 62* रन (अभिनव)
- कांतरी गौड़ – 6/52 (पहला पाँच‑विकेट)
- स्मृति मंधाना – T20I में शतक, टीम का अभिन्न हिस्सा
इस जीत के पीछे कई महत्वपूर्ण कारक थे। पहले, टीम ने विविध परिस्थितियों में खेलने की क्षमता दिखाई, चाहे वह साउथैम्पटन की गति वाली पिच हो या लॉर्ड्स की तेज़ बॉल। दूसरा, कप्तान हार्मनप्रीत कौर ने व्यक्तिगत प्रदर्शन के साथ-साथ टीम को सामंजस्य में रखा। तीसरा, युवा खिलाड़ी कांतरी गौड़ जैसी उभरती हुई प्रतिभा ने टीम में नई ऊर्जा लाई।
यह श्रृंखला भारत की महिला क्रिकेट के विकास का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इससे साबित होता है कि भारतीय महिला खिलाड़ी अब केवल घरेलू स्तर पर नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी दबदबा बनाते हुए दिख रही हैं। इस जीत ने टीम को आत्मविश्वास दिलाया है, जो अगले महीनों में आयोजित 2025 के 50‑ओवर विश्व कप में भारत के मेजबान होने के कारण और भी अहम हो गई है।
सीरीज़ के बाद खेल विश्लेषकों ने कहा कि यदि टीम अपनी बॉलिंग में निरंतरता और बैटिंग में विभिन्न स्थितियों में अडजस्टमेंट रखे तो वह विश्व कप में शीर्ष दो में जगह बना सकती है। इंग्लैंड में इस जीत ने दर्शकों को भी भारतीय महिला क्रिकेट की ताकत दिखा दी, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय टीम की प्रतिष्ठा में इज़ाफा होगा।